Sunday, 16 August 2015

                                                      HINDI SHORTHAND KAISE SIKHE
हिंदी शॉर्टहैंड जानना बहुत ही आसान हैं लकिन थोड़ा मेहनत करना पड़ेगा हम आशा करते हैं कि 
हम इस ब्लॉग के माध्यम से हिंदी शॉर्टहैंड की पूर्ण जानकारी दे पाएंगे आप इस ब्लॉग से जुड़े रहिये 
हिंदी शॉर्टहैंड की भाषा सन १९४८ मैं भारत सरकार ने मान्यता दी है हिंदी का ज्ञान होना बहुत ही जरुरी हैं हिंदी शॉर्टहैंड के छेत्र मैं हर साल करीब १०००० से १५००० तक रिक्ति निकलती हैं शायद आप ऐसा जरूर देखते हैं की जब आप किसी कम्पीटीशन मैं हिंदी शॉर्टहैंड का एग्जाम देते हैं तो आप ऐसा जरूर देखेंगे की हिंदी शॉर्टहैंड  की जानकारी बहुत काम लड़के के पास होता हैं हमारे इस ब्लॉग के माधयम से हिंदी शॉर्टहैंड की एग्जाम आसानी से निकल सकते हैं 
सबसे पहले आप ये जाने की हिंदी शॉर्टहैंड क्या हैं 
 शॉर्टहैंड अर्थात शार्ट का मतलब छोटा हैंड का मतलब हाथ छोटी हाथ से लिखी जाने वाली भाषा को शॉर्टहैंड कहा जाता हैं हम जितना स्पीड मैं बोलते हैं उतना स्पीड मैं हम टाइप नहीं कर सकते हैं या हिंदी मैं जब कोई एप्लीकेशन टाइप करते हैं तो हमें अगर लिखने मैं १० मिंनट का समय लगता हैं तो शॉर्टहैंड की भाषा मैं हम ऐसे एप्लीकेशन को ५ बार मात्र १० मिनट मैं लिख सकते हैं इसे शीघ्र लिपि या आशु लिपि भी कहा जाता हैं 
हम आपके सामने कुछ हिंदी शॉर्टहैंड की भाषा  लिख रहे हैं आप इन्हे सीखे 
जैसे :-


इसमें आप देख रहे हैं की ऊपर लिखा हुआ भाषा हिंदी का हैं और निचे शॉर्टहैंड लिखा हुआ हैं आप के मन मैं एक बात समझ नहीं आ रही होगी की क और ख दोनों ग घ से मिल जुल रहा हैं दोस्तों ऐसी  कोई बात नहीं होती हैं शॉटहैंड मैं इस बात का ख्याल रखना परता हैं की थोड़ी सी बदलाव के कारन आपके अक्षर का मीनिंग बदल जाता हैं क अक्षर का लकीर पतला होता हैं परन्तु ग  का मोटा बस इतना फरक हैं ऐसे ही च छ  और ज झ मैं हैं 
आप वर्ण माला के बगल मैं जो स्य्म्बोल देख रहे हैं वो ये दर्शाता हैं की कोण सा अक्षर किस तरह होना चाहिए शायदइस ब्लॉग से आप आसानी से शॉर्टहैंड सिख सकते हैं हमें ऐसा परतीत होता हैं की आपको इसमें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए अगर आपको कोई परेशानी हो तो निचे आप कमेन्ट बॉक्स मैं अपनी परेशानी बता सकते हैं ब्लॉग पढ़ने के बाद कमेंट जरूर करे